ज्ञान सारं – पासुर (श्लोक) १६
श्री: श्रीमते शठकोपाय नम: श्रीमते रामानुजाय नम: श्रीमत् वरवरमुनये नम: ज्ञान सारं ज्ञान सारं – पासुर (श्लोक) १५ ज्ञान सारं – पासुर (श्लोक) १७ पासुर-१६ देवर मनिसार तिरियक्कुत तावरमान यावैयुम अल्लन इलगुम उयिर-पूविन मिसै आरणङ्गिन केलवन अमलन अरिवे वङिवाम नारनण ताट्के अडिमै नान प्रस्तावना: श्री देवराज मुनि यह समझाते हैं कि किस तरह सत्य जीवात्मा … Read more