ज्ञान सारं – तनियन (ध्यान श्लोक)
श्री: श्रीमते शठकोपाय नम: श्रीमते रामानुजाय नम: श्रीमत् वरवरमुनये नम: ज्ञान सारं प्रस्तावना (तनियन) (ध्यान श्लोक) कार्तिकेभरणी जातं यतीन्द्राश्रयमाश्रये। ज्ञानप्रमेयसारभि: वक्तारं वरदं मुनिम्॥ विश्लेषण: जिनका अवतार कार्तिक मासमें भरणी नक्षत्र में हुआ है, जो श्री रामानुज स्वामीजी जो यतीन्द्र हैं उनके शरणागत हैं, जिन्होने अपने ज्ञानसारम् प्रमेयसारम्ग्रन्थों में आचार्य महिमा का वर्णन किया हैऐसेश्री देवराजमुनी स्वामीजी की … Read more