रामानुस नूट्रन्दादि (रामानुज नूत्तन्दादि) – सरल व्याख्या – तनियन
रामानुस नूट्रन्दादि (रामानुज नूत्तन्दादि) – सरल व्याख्या श्रीमते शठकोपाय नम: श्रीमते रामानुजाय नम: श्रीमत् वरवरमुनये नम: मुन्नै विनैयगल मूंगिल् कुडियमुदन्पोन्नम् कळर्क्कमलप् पोदिरण्डुम्एन्नुडैय सेन्निक्कणियागच् चेर्तिनेन् तेन्पुलत्तार्क्कु एन्नुक् कडवुडैयेन् यान् दास कहते हैं, मैंने श्रीरंगामृत स्वामीजी (जिन्होंने मूंगिल कुड़ी {श्रेष्ठ कुल} वंश में जन्म लिया) के स्वर्ण जैसे दिव्य और वांछनीय चरण कमलों को अपने मस्तक पर … Read more