प्रमेय सारं
श्रीः श्रीमते शटकोपाय नमः श्रीमते रामानुजाय नमः श्रीमद्वरवरमुनय् नमः मूल व्याख्यान: श्री वरवरमुनी स्वामीजी, तमिल अनुवाद: श्री उ. वे. वी. के. श्रीनिवासाचारी स्वामीजी. e-book: https://1drv.ms/b/s!AiNzc-LF3uwygwzixn4PT17uANyK श्री देवराज मुनि स्वामिजि – श्रीविल्लिपुत्तूर् श्री वरवरमुनि स्वामिजि – तोताद्रि यह श्री देवराजमुनी स्वामीजी के ज्ञानसारम्-प्रमेयसारम् पर आधारित श्री वरवरमुनी स्वामीजी के व्याख्यान का हिन्दी भाषांतर है जो तमिल … Read more