ज्ञान सारं – पासुर (श्लोक) ३४
श्री: श्रीमते शठकोपाय नम: श्रीमते रामानुजाय नम: श्रीमत् वरवरमुनये नम: ज्ञान सारं ज्ञान सारं – पासुर (श्लोक) ३३ ज्ञान सारं – पासुर (श्लोक) ३५ पाशुर-३४ पट्रु गुरूवैप परन अन्रेन इगलन्दु मट्रोर परनै वलिप्पडुदल – एट्रे तन कैप्पोरूल विट्टारे नुम आसिनियिल ताम पुदैत्त अप्पोरूल तेडित तिरिवानट्रू प्रस्तावना: हर शिष्य को उसके आचार्य उसके लिये बहुत ही सुलभता से … Read more