दिव्य प्रबंधम् – सरल मार्गदर्शिका – भाग ५
श्रीः श्रीमते शठकोपाय नमः श्रीमते रामानुजाय नमः श्रीमद् वरवरमुनये नमः पूरी श्रृंखला << भाग ४ दिव्य प्रबन्धम् को अरुळिच्चेयल भी कहा जाता है। प्रबन्धम् का अर्थ है — जो बाँधता है। आऴ्वारों के प्रबन्धम् में इतनी शक्ति होती है कि वे स्वयं भगवान (भगवान) को ही अडियार्गळों (भक्तों) से बाँध सकते हैं। ये प्रबन्धम् भक्तों … Read more