दिव्य प्रबंधम् – सरल मार्गदर्शिका – भाग ६
श्रीः श्रीमते शठकोपाय नमः श्रीमते रामानुजाय नमः श्रीमद् वरवरमुनये नमः पूरी श्रृंखला << भाग ५ हमने अब तक इयऱ्-पा के पहले चार प्रबन्धम् देखे हैं, अर्थात् मुदल् तिरुवंदादि, इरंडाम् तिरुवंदादि, मून्ऱाम तिरुवंदादि और नानमुगन् तिरुवंदादि। इयऱ्-पा के अगले प्रबन्धम् हैं: तिरुविरुत्तम्, तिरुवासिरियम् और पेरिय तिरुवंदादि, ये सभी श्री शठकोप स्वामी (नम्माऴ्वार्) द्वारा रचित हैं। नम्माऴ्वार् … Read more