प्रमेय सारम् – श्लोक – ४
श्रीः श्रीमते शटकोपाय नमः श्रीमते रामानुजाय नमः श्रीमद् वरवरमुनय् नमः प्रमेय सारम् श्लोक ३ … Read more
Divya Prabandham
श्रीः श्रीमते शटकोपाय नमः श्रीमते रामानुजाय नमः श्रीमद् वरवरमुनय् नमः प्रमेय सारम् श्लोक ३ … Read more
श्रीः श्रीमते शटकोपाय नमः श्रीमते रामानुजाय नमः श्रीमद् वरवरमुनय् नमः प्रमेय सारम् श्लोक २ … Read more
श्रीः श्रीमते शटकोपाय नमः श्रीमते रामानुजाय नमः श्रीमद् वरवरमुनय् नमः प्रमेय सारम् श्लोक १ … Read more
श्रीः श्रीमते शटकोपाय नमः श्रीमते रामानुजाय नमः श्रीमद् वरवरमुनय् नमः प्रमेय सारम् तनियन् … Read more
श्रीः श्रीमते शटकोपाय नमः श्रीमते रामानुजाय नमः श्रीमद् वरवरमुनय् नमः प्रमेय सारम् … Read more
श्रीः श्रीमते शठकोपाय नमः श्रीमते रामानुजाय नमः श्रीमद् वरवरमुनय् नमः यतिराज विंशति श्लोक १९ श्लोक २० विज्ञापनम यदिदमद्द्य तु मामकीनम् अङ्गिकुरुष्व यतिराज! दयाम्बुराशे! । अग्न्योSयमात्मगुणलेशविवर्जितश्च तमादन्नयशरणो भवतीति मत्वा ॥ २०॥ दया अम्बुराशे : सागर के समान दयालु यतिराज … Read more
श्रीः श्रीमते शठकोपाय नमः श्रीमते रामानुजाय नमः श्रीमद् वरवरमुनय् नमः यतिराज विंशति श्लोक १८ … Read more
श्रीः श्रीमते शठकोपाय नमः श्रीमते रामानुजाय नमः श्रीमद् वरवरमुनय् नमः यतिराज विंशति श्लोक १७ … Read more
श्रीः श्रीमते शठकोपाय नमः श्रीमते रामानुजाय नमः श्रीमद् वरवरमुनय् नमः यतिराज विंशति श्लोक १६ … Read more
श्रीः श्रीमते शठकोपाय नमः श्रीमते रामानुजाय नमः श्रीमद् वरवरमुनय् नमः यतिराज विंशति श्लोक १५ … Read more