आर्ति प्रबंधं – १३
श्री: श्रीमते शठकोपाय नम: श्रीमते रामानुजाय नम: श्रीमद्वरवरमुनये नम: आर्ति प्रबंधं << पासुर १२ उपक्षेप अब तक मणवाळ मामुनिगळ श्री रामानुज से कई विषयों की प्रार्थना किये। श्री रामानुज की सौलभ्यता ऐसा हैं कि वे इन सारे प्रार्थनाओँ को सच्चा बनाएं। इस पासुरम में मामुनि श्री रामानुज के सौंदर्य रूप की गुण गाते हैं। इससे बढ़कर … Read more